कपासन, 22 जनवरी 2025:
“स्मार्टफोन सुविधा ज्यादा और दुविधा कम बनता जा रहा है।” यह विचार आर.एन.टी. कॉलेज, कपासन की एनसीसी, एनएसएस, आरआरसी और रोवर स्काउटिंग इकाई के तत्वावधान में, पुलिस विभाग द्वारा चलाए जा रहे साइबर क्राइम रोकथाम जागरूकता अभियान के तहत, कपासन पुलिस उपअधीक्षक हरजीलाल यादव ने व्यक्त किए।
डिप्टी यादव ने विद्यार्थियों को मानव त्रुटियों और अज्ञानियों के उदाहरण देते हुए समझाया कि अज्ञात नंबरों से आए फोन पर कभी भी आधार नंबर, ओटीपी, बैंक डिटेल आदि साझा न करें। उन्होंने बताया कि बैंक या अन्य कोई विभाग आपकी व्यक्तिगत जानकारी नहीं मांगता। यदि ऐसा होता है तो यह फ्रॉड कॉल हो सकता है। साथ ही, यदि किसी कारणवश फ्रॉड हो जाता है, तो इसकी सूचना तुरंत साइबर सेल 1930 पर दें ताकि आपकी आर्थिक हानि को रोका जा सके। उन्होंने विद्यार्थियों को साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए जागरूक करते हुए, अपने जीवन से जुड़ी घटनाओं के उदाहरण दिए।
उन्होंने सुरक्षित पासवर्ड बनाने, संदिग्ध लिंक से बचने और साइबर सतर्कता के उपाय साझा किए। ऑनलाइन ठगी के मामलों का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि कई लोग एक दिन में करोड़पति बनने या महंगी वस्तुएं सस्ते में खरीदने के चक्कर में ठगे जाते हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय प्रबंध निदेशक डॉ. वसीम खान ने की। उन्होंने अपना उदाहरण देते हुए बताया कि साइबर अपराधियों ने उनका फोटो लगाकर फेसबुक, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम पर फर्जी संदेश प्रसारित किए और उनके परिवार तथा मित्रों को ठगने का प्रयास किया।
महाविद्यालय प्राचार्य प्रो. एस.एन.ए. जाफरी ने कार्यक्रम का उद्घाटन मां सरस्वती की दीप प्रज्ज्वलन से किया। अकादमिक निदेशक शिवनारायण शर्मा ने सभी का स्वागत करते हुए कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। डॉ. रामसिंह चुंडावत ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम का संचालन उपाचार्य डॉ. ओ.पी. सुखवाल ने किया। इस अवसर पर एडमिन डायरेक्टर कृपाशंकर चौधरी, बी.एड. प्राचार्य डॉ. निशा अग्रवाल, एनएसएस एवं आरआरसी प्रभारी एच.एल. अहीर, स्टाफ सदस्य और विद्यार्थी उपस्थित थे।