“करियर प्लानिंग एवं डेवलपमेंट विषय पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन”

कपासन, 22 फरवरी 2025
“वर्तमान शिक्षा पद्धति में विद्यार्थी ज्ञान अर्जन करने के लिए नहीं, बल्कि परीक्षा पास करने के लिए पढ़ते हैं, इस कारण वे असफल हो जाते हैं।” यह विचार आर. एन. टी. कॉलेज, कपासन में करियर प्लानिंग एवं डेवलपमेंट विषय पर आयोजित एक दिवसीय सेमिनार में मुख्य वक्ता और अतिथि, राजस्थान सरकार के सेवानिवृत्त संयुक्त सचिव प्रो. मो. नईम फलाही ने व्यक्त किए।

प्रो. फलाही ने अपने उद्घाटन संबोधन में सभी श्रोताओं और विद्यार्थियों से कहा कि इस प्रकृति में हर व्यक्ति अपने आप में अद्वितीय है, और उसमें कुछ विशेष योग्यताएँ होती हैं, जो अन्य व्यक्तियों से अलग होती हैं। इसलिए हमें ईश्वर का धन्यवाद करना चाहिए कि उसने हमें अन्य से अलग और विशेष बनाया। उन्होंने यह भी कहा कि जब भी आप अपना लक्ष्य निर्धारित करें, तो उससे पहले अपनी योग्यता और क्षमता का सही मूल्यांकन अवश्य करें। पुरानी शिक्षा पद्धति में गुरु-शिष्य परंपरा में गुरु शिष्य को उसकी योग्यता और क्षमता से अवगत कराकर उसे शिक्षा प्रदान करता था।

प्रो. फलाही ने करियर प्लानिंग को समझाते हुए कहा कि छोटी सोच और जीवन में किसी भी प्रकार की रुकावट (जैसे पैर में मोच) व्यक्ति को कभी आगे बढ़ने नहीं देती। लक्ष्य निर्धारण के बाद, अर्जुन की तरह केवल मछली की आंख पर ही ध्यान केंद्रित करें, बाकी सभी distractions से दूर रहें। जैसे रेफरी अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करता है, वैसे ही हमें भी अपने लक्ष्य पर पूरी तरह से फोकस करना चाहिए, तभी हम सफलता प्राप्त कर सकते हैं।