माघ शुक्ल सप्तमी सूर्य सप्तमी होने के कारण सभी विद्यार्थियों ने ग्रहों के राजा सूर्य नारायण की आराधना करते हुए सूर्य नमस्कार किया।

एनएसएस प्रभारी एच एल अहीर ने बताया कि अकादमिक निदेषक षिवनारायण शर्मा की अध्यक्षता में माघ शुक्ल सप्तमी को हिन्दू पंचांग के अनुसार सूर्य सप्तमी पर स्वयंसेवकों को सूर्य नमस्कार करवाया गया। अकादमिक निदेषक षिवनारायण शर्मा ने आज के दिन के महत्व को बताते हुए कहा कि सूर्य सम्पूर्ण ब्रह्मांड का एक मात्र उर्जावान रक्षक है जो सभी को सकारात्मकता प्रदान करता है। सूर्य नमस्कार से सभी रोगों को केन्द्रित व सन्तुलित कर सकते हैं। सूर्य नमस्कार से व्यक्ति अपने स्वभाव में परिवर्तन ला सकता है तथा अपने भीतर प्रसुक्त ज्ञान व शक्ति का पूर्ण जागरण कर सकता है। कार्यक्रम में महाविद्यालय प्राचार्य डाॅ. अनिल गोठवाल, पिन्टू शर्मा, दिनेष लौहार, संजू सोनी आदि उपस्थित थे।