’’पृथ्वी की घूर्णन गति व सूर्य ताप सजीव प्राणियों के लिए जीवन अमृत है।’’ ऐसे विचार उदयपुर स्थित एषिया की द्वितीय विष्व विख्यात सौर वैधषाला के मुख्य वैज्ञानिक डाॅ. षिबू मेथ्यूज ने कहे। वरिष्ठ वैज्ञानिक डाॅ. ब्रजेष एवं इंजीनियर कुषाग्र उपाध्याय ने सौर वैधषाला की विषेषता बताते हुए कहा कि इस वैधषाला से सूर्य की गतिविधियों का मानव जीवन पर पडने वाले प्रभावों का अध्ययन किया जाता है। महाविद्यालय प्राचार्य प्रो. एस.एन.ए. जाफरी ने बताया कि स्थानीय महाविद्यालय के विद्यार्थियों को शोध के लिए प्रेरित करने के लिए फतेहसागर, उदयपुर में स्थित एषिया की द्वितीय विष्व विख्यात सौर वैधषाला का भ्रमण महाविद्यालय के विज्ञान संकाय के विद्यार्थियों द्वारा किया गया। वैधषाला में दिन रात सूर्य के अन्दर व बाहर होने वाली घटनाओं का अध्ययन आधुनिक प्रौद्योगिकी पर आधारित उपकरणों द्वारा सौर वैज्ञानिक करते हैं।